Cross-Site Scripting (XSS)
शुरू करने से पहले बताना चाहता हूँ कि हिंदी इंडिया में बोली जाने वाली भाषा है। अब आईए बात करते हैं “Cross-Site Scripting (XSS)” के बारे में।
XSS एक असुरक्षित डेटा प्रवाह है जो वेब एप्लिकेशनों में संभवतः आता है। जब आप इंटरनेट पर कुछ लोग वेबसाइट पर कुछ शेयर करते हैं जैसे एक मैसेज या एक 포स्ट, तो इसमें कुछ संदेश होता है, जिसे सर्वर द्वारा प्रोसेस किया जाता है। इसके बाद, यदि वह डेटा सुरक्षित नहीं है, तो खतरा हो सकता है।
जब एक हेकर XSS का उपयोग करता है, तो वो एक वेब पेज के साथ एक असुरक्षित स्क्रिप्ट भेजता है। जब अन्य उपयोगकर्ता उस पेज पर जाते हैं, तो वह स्क्रिप्ट कार्य हो जाता है, जो उस हेकर ने स्थापित किया होता है। इससे, उसके कंप्यूटर या अन्य संगठनों में मालवेयर प्रवेश का खतरा होता है।
लेकिन यदि सुरक्षा मजबूत होती है और सर्वर XSS से ब